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भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८६ से ८७
ॐ श्रीपरमात्मने नमः
श्रीगणेशाय नमः
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
भविष्यपुराण
(ब्राह्मपर्व)
अध्याय – ८६ से ८७
पुत्रद, जय, जयन्त संज्ञक आदित्यवार – व्रतों की विधि

ब्रह्माजी बोले – दिण्डिन् ! जिस आदित्यवार को हस्त नक्षत्र हो उसे पुत्रद (आदित्य) वार कहा जाता हैं । उस दिन उपवास करना चाहिये और श्राद्ध करके मध्यम पिण्ड का प्राशन करना चाहिये । धूप, माल्य, दिव्य गन्ध आदि नाना प्रकार के उपचारों में सूर्यनारायण का पूजन कर महाश्वेता-मन्त्र को जपते हुए साधक को सूर्यनारायण के समक्ष ही शयन करना चाहिये ।om, ॐप्रातःकाल में ही उठकर स्नान आदिसे निवृत्त हो सूर्यभगवान् को अर्घ्य देना चाहिये । रक्त–चन्दन तथा करवीर के पुष्पों से पूजा करनी चाहिये । तत्पश्चात् पाँच ब्राह्मणों को बुलाकर उनमें से दो ब्राह्मणों को मग-संज्ञक तथा तीन ब्राह्मणों को भीमसंज्ञक मानकर विधिपूर्वक पार्वण-श्राद्ध करना चाहिये । श्राद्ध के समाप्त होनेपर मध्यम पिण्ड को भगवान् सूर्य के सामने रखकर निम्नलिखित मन्त्र से भक्षण करना चाहिये –
“स एव पिण्डो देवेश योऽभिष्टस्तव सर्वदा ।
अश्वामि पश्यते तुभ्यं तेन मे संततिर्भवेत ॥”
(ब्राह्मपर्व ८६ । १०)

इस विधान से पूजा करनेपर सूर्यनारायण निश्चित ही पुत्र प्रदान करते हैं । इस प्रकार उपवास-पूर्वक व्रत को करने से धन-धान्य, सुवर्ण, सुख-आरोग्य तथा सूर्यलोक भी प्राप्त होता है, किंतु विशेषरूप से पुत्र-प्राप्ति का ही फल है, इसीसे इस वार को पुत्रद कहते हैं ।ब्रह्माजी ने कहा – दिण्डिन् ! दक्षिणायन के दिन जो वार हो, वह जयवार कहा जाता है । इस दिन किया गया उपवास, नक्तव्रत, स्नान-दान तथा जप भगवान् सूर्य में सौगुनी प्रीति बढ़ानेवाला होता है । अतः सूर्य में सौगुनी प्रीति बढ़ानेवाले इस नक्त-व्रतादि को अवश्य करना चाहिये ।

यदि उत्तरायण के दिन रविवार हो तो उसे जयन्तवार कहते हैं । इस दिन भगवान् सूर्य स्नान-दानादि कर्म तथा पूजन करनेवालों को हजार गुना फल प्रदान करते हैं । इस दिन उपवास करके घृत, दूध तथा इक्षुरस से सूर्यनारायण को स्नान कराकर कुंकुम का विलेपन करना चाहिये और गुग्गुल का धूप देकर मोदक का नैवेद्य समर्पित करना चाहिये । इस प्रकार भगवान् सूर्यनारायण का पूजन करके तिल से हवन करना चाहिये । तदनन्तर यथाशक्ति ब्राह्मणों को मोदक, तिल तथा शष्कुली (पूरी)- का भोजन कराना चाहिये ।
(अध्याय ८६ – ८७)

See Also :-

1. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १-२

2. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय 3

3. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४

4. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५

5. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६

6. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७

7. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८-९

8. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १०-१५

9. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १६

10. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १७

11. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १८

12. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १९

13. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २०

14. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २१

15. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २२

16. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २३

17. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २४ से २६

18. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २७

19. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २८

20. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २९ से ३०

21. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३१

22. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३२

23. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३३

24. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३४

25. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३५

26. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३६ से ३८

27. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३९

28. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४० से ४५

29. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४६

30. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४७

31. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४८

32. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४९

33. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५० से ५१

34. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५२ से ५३

35. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५४

36. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५५

37. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५६-५७

38. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५८

39. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५९ से ६०

40. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय  ६१ से ६३

41. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६४

42. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६५

43. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६६ से ६७

44. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६८

45. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६९

46. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७०

47. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७१

48. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७२ से ७३

49. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७४

50. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७५ से ७८

51. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७९

52. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८० से ८१

53. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८२

54. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८३ से ८५

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