January 6, 2016 | Leave a comment चोर (चमक) दर्द-निवारण मन्त्र मन्त्रः- “राम चले धनुष साजे, सीता जी झारे केश । लछु-मन चलते चोर धरे, ठाँवें परे विशेष ।। दुहाई गौरी-पार्वती की ।।” vaficjagat विधि- जहाँ चोर – दर्द हो, वहाँ चुटकी से पकड़कर उक्त मन्त्र पढ़कर फूँके । तीन बार करने से दर्द दूर हो जायगा । Related