चोर (चमक) दर्द-निवारण मन्त्र
मन्त्रः- “राम चले धनुष साजे, सीता जी झारे केश । लछु-मन चलते चोर धरे, ठाँवें परे विशेष ।। दुहाई गौरी-पार्वती की ।।”

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विधि- जहाँ चोर – दर्द हो, वहाँ चुटकी से पकड़कर उक्त मन्त्र पढ़कर फूँके । तीन बार करने से दर्द दूर हो जायगा ।

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