November 17, 2018 | aspundir | Leave a comment तिथि वार व नक्षत्र के योग क्र॰सं॰ योग रवि सोम मंगल बुध गुरु शुक्र शनि विशेष 1. सिद्धी योग जया भद्रा पूर्णा नन्दा रिक्ता सब दोषों का नाश करता है तिथि (३, ८, १३) (2, ६, १२) (५, १०, १५) (१, ६, ११) (४, ९, १४) 2 मृत्यु योग (अधम योग) नन्दा तिथि भद्रा तिथि नन्दा तिथि जया तिथि रिक्ता तिथि भद्रा तिथि पूर्णा तिथि घातक है, शुभ कार्यों में वर्जित है 3 दग्ध नक्षत्र भरणी (2) चित्रा (14) उ. षाढा (21) धनिष्ठा (23) उ. फा. (12) ज्येष्ठा (18) रेवती (27) शुभ कार्यों में वर्जित है 4 मूसल वज्र योग भरणी (2) चित्रा (14) उ. षाढा (21) धनिष्ठा (23) उ. फा. (12) ज्येष्ठा (18) रेवती (27) 5 क्रकच योग तिथि 12 तिथि 11 तिथि 10 तिथि 9 तिथि 8 तिथि 7 तिथि 6 तिथि वार मिलकर 13 का योग होने से शुभ कार्यों में वर्जित है 6 सम्वर्तक योग सप्तमी – – प्रतिपदा – – – सदा वर्जित 7 दग्ध योग तिथि 12 तिथि 11 तिथि 5 तिथि 3 तिथि 6 तिथि 8 तिथि 9 8 विष योग तिथि 4 तिथि 6 तिथि 7 तिथि 2 तिथि 8 तिथि 9 तिथि 7 9 हुताशन योग तिथि 12 तिथि 6 तिथि 7 तिथि 8 तिथि 9 तिथि 10 तिथि 11 10 यमघंट योग मघा (10) विशाखा (16) आर्द्रा (6) मूल (19) कृत्तिका (3) रोहिणी (4) हस्त (13) शुभ कार्य, यात्रा में वर्जित 11 उत्पात योग विशाखा (16) शतभिषा (24) धनिष्ठा (23) रेवती (27) रोहिणी (4) पुष्य (8) उ. फा. (12) 12 मृत्यु नक्षत्र ज्येष्ठा (18) उ. भा. (26) पू. भा. (25) भरणी (2) आर्द्रा (6) मघा (10) चित्रा (14) 13 यमद्रंष्ट योग मघा (10) मूल (19) कृत्तिका (3) पू. षा. (20) रेवती (27) रोहिणी (4) श्रवण (22) शुभ कार्य में वर्जित धनिष्ठा (23) विशाखा (16) भरणी (2) पुनर्वसु (7) अश्विनी (1) अनुराधा (17) शतभिषा (24) 14 चर योग पू. षा. (20) आर्द्रा (6) विशाखा (16) रोहिणी (4) पुष्य (8) मघा (10) मूल (19) 15 काल योग भरणी (2) आर्द्रा (6) मघा (10) चित्रा (14) ज्येष्ठा (18) अभिजीत पू. भा. (25) 16 प्रशस्त योग रेवती (27) हस्त (13) पुष्य (8) रोहिणी (4) स्वाती (15) उ. फा. (12) मूल (19) 17 अमृत सिद्धि योग हस्त (13) मृगशिरा (5) अश्विनी (1) अनुराधा (17) पुष्य (8) रेवती (27) रोहिणी (4) 18 सर्वार्थ सिद्धि योग हस्त (13) श्रवण (22) अश्विनी (1) रोहिणी (4) रेवती (27) रेवती (27) श्रवण (22) इनमें सब कार्य की सिद्धि होती है मूल (19) रोहिणी (4) उ. भा. (26) अनुराधा (17) अनुराधा (17) अनुराधा (17) रोहिणी (4) तीनों उत्तरा मृगशिरा (5) कृत्तिका (3) हस्त (13) अश्विनी (1) अश्विनी (1) स्वाती (15) पुष्य (8) पुष्य (8) आश्लेषा (9) कृत्तिका (3) पुष्य (8) अश्विनी (1) अनुराधा (17) मृगशिरा (5) पुनर्वसु (7) श्रवण (22) Related