August 5, 2015 | aspundir | Leave a comment पान वशीकरण १॰ “कामरु देश कामाख्या देवी, तहाँ बसे इस्माइल जोगी। इस्माइल जोगी ने दीना बीड़ा। पहला बीड़ा आती-जाती, दूजा बीड़ा दिखावे छाती, तीजा बीड़ा अंग लिपटाय। फुरो मन्त्र, ईश्वरो वाचा। दुहाई गुरु गोरखनाथ की।” विधिः- दीपावली की रात्रि में १४४ बार जपने से उक्त मन्त्र सिद्ध हो जाता है। जप के समय दीपक जलाएँ, धूप दें तथा मिठाई का प्रसाद रखें। मन्त्र सिद्ध कर लेने पर तीन पानों का मसालेदार बीड़ा बनाएँ। ७ बार उक्त मन्त्र से उस पर फूँक मारकर जिसे खिला देंगे, वह वश में हो जाएगा। २॰ “हाथ पसारुँ, मुख मलूँ, काची मछली खाऊँ, आठ पहर चौंसठ घड़ी जग मोह घर जाऊँ।” विधिः- किसी शुभ शनिवार से जप प्रारम्भ करे। सात शनिवार तथा सात रविवार- दोनों दिन उक्त मन्त्र को रात्रि में १०१ बार जपें। जप के समय गूगल की धूप, दीपक तथा प्रसाद रखें। इस प्रकार सात सप्ताह की साधना से मन्त्र सिद्ध हो जाता है। बाद में अभीष्ट व्यक्ति को, उक्त मन्त्र से ७ बार अभिमन्त्रित पान खिला दें। वह वशीभूत हो जाएगा। Please follow and like us: Related Discover more from Vadicjagat Subscribe to get the latest posts sent to your email. Type your email… Subscribe