मन्त्र रामायण
प्रभु की कृपा पाने का मन्त्र
“मूक होई वाचाल, पंगु चढ़ई गिरिवर गहन ।
जासु कृपा सो दयाल, द्रवहु सकल कलिमल-दहन ।।”
मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभ
प्रभु राम की पूजा करके गुरुवार वाले दिन से कमलगट्टे की माला पर प्रातः और साँय के समय नित्य प्रति १०८ बार इस मन्त्र को जपते हुए २१ दिन तक निरन्तर जपादि को सुचारु ढंग से चलाते रहें ।
आप इस प्रकार मन्त्र का प्रयोग करने पर प्रभु की कृपा प्राप्त होती है और दुर्भाग्य का अन्त हो जाता है ।

ram panchaytan

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