January 6, 2016 | Leave a comment बाई-पीड़ा (वात-दर्द) निवारण मन्त्र मन्त्रः- “बाई झारो पोरे – पोरे । बाई झारो जङ्ग से । बाई चले-हट ।” vadicjagat विधि- रोगी को जमीन पर बैठाकर उसके दोनों हाथ जमीन पर चिपका दे । अब उक्त मन्त्र पढ़ते हुए रोगी के दोनों हाथों के बीच से अपनी उँगली से आगे की ओर रेखा खींचे । रोगी का हाथ भी आगे की ओर सरकता जायगा । मन्त्र पढ़ते हुए रेखा खींचता रहे । ‘बाई’ वात-पीड़ा ठीक हो जायगी । Related