बाई-पीड़ा (वात-दर्द) निवारण मन्त्र
मन्त्रः- “बाई झारो पोरे – पोरे । बाई झारो जङ्ग से । बाई चले-हट ।”

vadicjagat

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विधि- रोगी को जमीन पर बैठाकर उसके दोनों हाथ जमीन पर चिपका दे । अब उक्त मन्त्र पढ़ते हुए रोगी के दोनों हाथों के बीच से अपनी उँगली से आगे की ओर रेखा खींचे । रोगी का हाथ भी आगे की ओर सरकता जायगा । मन्त्र पढ़ते हुए रेखा खींचता रहे । ‘बाई’ वात-पीड़ा ठीक हो जायगी ।

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