January 16, 2016 | aspundir | Leave a comment छत्तीसगढ के अनुभूत शाबर मन्त्र बैरी-नाशन मन्त्र विधि — एक निम्बू, (२) एक नारियल, (३) चुटकी भर सिन्दूर, (४) काले कपड़े का टुकड़ा, (५) बबूल के सात कांटे । अमा-वस्या के दिन उक्त मन्त्र का १०८ बार जप कर ११ बार गूगुल की धूप दें । फिर निम्बू पर शत्रु का नाम सिन्दूर से लिखकर, सात बार मन्त्र पढते हुए बबूल का एक-एक काँटा निम्बू में चुभोते जाएँ । काँटों से युक्त इस निम्बू को काले कपड़े में बाँध कर श्मशान में गाड़ दें । नारियल और सिन्दूर को काली-मन्दिर में अर्पित कर दे । शत्रु का नाश होगा । मन्त्रः- Content is available only for registered users. Please login or register विशेषः- इस प्रकार के मन्त्र उग्र प्रकृति के होते है। स्व-रक्षा व गुरु निर्देशन के अभाव में प्रयुक्त करना हानिकारक है तथा सामाजिक व नैतिक दृष्टि से अनुचित भी। यहाँ पर मात्र प्राचीन विद्या के संरक्षण हेतु प्रस्तुत किये जा रहे हैं । Related