November 8, 2015 | Leave a comment भगवान् धन्वन्तरि अष्टोत्तर-शत-नामावली ॐ अमृत-वपुषे नमः ॐ धर्म-ध्वजाय नमः ॐ धरा-वल्लभाय नमः ॐ धीराय नमः ॐ धिषण-वन्द्याय नमः ॐ धार्मिकाय नमः ॐ धर्म-नियामकाय नमः ॐ धर्म-रुपाय नमः ॐ धीरोदात्त-गुणोज्जवलाय नमः ॐ धर्म-विदे नमः ॐ धराधर-धारिणे नमः ॐ धात्रे नमः ॐ धातृ-गर्व-मिदे नमः ॐ पुण्य-पुरुषाय नमः ॐ धाराधर-रुपाय नमः ॐ धार्मिक-प्रियाय नमः ॐ धार्मिक-वन्द्याय नमः ॐ धार्मिक-जन-ध्याताय नमः ॐ धनदादि-समर्चिताय नमः ॐ धन्विने नमः ॐ धर्म-नारायणाय नमः ॐ आदित्य-रुपाय नमः ॐ अमोघाय नमः ॐ घिषण-पूज्याय नमः ॐ घिषणाग्रज-सेव्याय नमः ॐ घिषण-वन्द्याय नमः ॐ घिषणा-दायकाय नमः ॐ धार्मिक-शिखा-मणये नमः ॐ धी-प्रदाय नमः ॐ धी-रुपाय नमः ॐ ध्यान-गम्याय नमः ॐ ध्यान-ध्यात्रे नमः ॐ ध्यातृ-ध्येय-पदाम्बुजाय नमः ॐ धूप-दीपादि-पूजा-प्रियाय नमः ॐ धूमादि-मार्ग-दर्शकाय नमः ॐ तेजोकृत-अग्नि-रुपाय नमः ॐ प्रभञ्जन वायु-रुपाय नमः ॐ सौम्याय चन्द्रमसे नमः ॐ वृहस्पति-प्रसूता-ओषध-द्रव्य-पतये नमः ॐ अमृतांशूद्-भवाय नमः ॐ धर्म-मार्गे-विघ्न-कृत्-सूदनाय नमः ॐ धनुर्वातादि-रोगघ्नाय नमः ॐ धारणा-मार्ग-दर्शकाय नमः ॐ ध्यातृ-पाप-हराय नमः ॐ वरदाय धन-धान्य-प्रदाय नमः ॐ धेनु-रक्षा-धुरीणाय नमः ॐ धरणी-रक्षण-धुरीणाय नमः ॐ ओजस्तेजो-द्युति-धराय नमः ॐ मोहिनी-रुपाय नमः ॐ समुद्र-मन्थनोद्-भवाय नमः ॐ धर्म-धुरन्धराय नमः ॐ तुष्टाय पुष्टाय नमः ॐ वेद्याय वैद्याय नमः ॐ सोमपोऽमृतपः सोमाय नमः ॐ पुरुष-पुरुषोत्तमाय नमः ॐ वाचस्पतये नमः ॐ भेषजे भिषजे नमः ॐ महा-कृतवे नमः ॐ महा-यज्ञाय नमः ॐ हविज़े महा-हविषे नमः ॐ लोक-बन्धवे माधवाय नमः ॐ धनगुप्त-वरदाय भक्त-वत्सलाय नमः ॐ इन्द्र-कर्मणे नमः ॐ पावनाय नमः ॐ अमृताशाय नमः ॐ अमृत-वपुषे नमः ॐ सर्वतो सुखाय नमः ॐ न्यग्रोधौदुम्बराय नमः ॐ अश्वत्थाय नमः ॐ अणवे नमः ॐ वृहते नमः ॐ धनुर्धराय नमः ॐ धनुर्वेदाय नमः ॐ प्रिय-कृते प्रीति-वर्धनाय नमः ॐ ज्योतिषे नमः ॐ सुखदाय नमः ॐ स्वस्तिने नमः ॐ कुण्डलिने नमः ॐ चक्रिणे विक्रमिणे नम; ॐ शब्द-सहाय नमः ॐ दुःस्वप्न-नाशनाय नमः ॐ आधार-निलयाय नमः ॐ प्राणाय प्राणदाय नमः ॐ प्राण-निलयाय नमः ॐ प्राण-धृते नमः ॐ प्राण-जीवनाय नमः ॐ तत्त्वाय तत्त्व-विदे नमः ॐ जन्म-मृत्यु-जरागाय नमः ॐ यज्ञाय महेज्याय नमः ॐ क्रतवे यज्ञ-वाहनाय नमः ॐ यज्ञ-भृते नमः ॐ यज्ञाय यज्ञाङ्गाय नमः ॐ ईज्याय यज्ञिने नमः ॐ यज्ञ-भुजे नमः ॐ यज्ञ-साधनाय नमः ॐ यज्ञान्न-कृते नमः ॐ यज्ञ-गुह्याय नमः ॐ साम-गानाय नमः ॐ पाप-नाशनाय नमः ॐ भरद्वाज-प्रियाय नमः ॐ महोत्साहाय नमः ॐ वर्धमानाय नमः ॐ काशिराज-धन्वन्तरये नमः ॐ दिवोदास-धन्वन्तरये नमः ॐ श्री-धारामृत-हस्ताय नमः ॐ धृतामृत-कलश-कराय नमः ॐ लक्ष्मी-सहोदराय नमः ॐ आधि-व्याधि-विनाशिने नमः Related