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भगवान् धन्वन्तरि अष्टोत्तर-शत-नामावली
ॐ अमृत-वपुषे नमः
ॐ धर्म-ध्वजाय नमः
ॐ धरा-वल्लभाय नमः
ॐ धीराय नमः
ॐ धिषण-वन्द्याय नमः
ॐ धार्मिकाय नमः
ॐ धर्म-नियामकाय नमः

om, ॐॐ धर्म-रुपाय नमः
ॐ धीरोदात्त-गुणोज्जवलाय नमः
ॐ धर्म-विदे नमः
ॐ धराधर-धारिणे नमः
ॐ धात्रे नमः
ॐ धातृ-गर्व-मिदे नमः
ॐ पुण्य-पुरुषाय नमः
ॐ धाराधर-रुपाय नमः
ॐ धार्मिक-प्रियाय नमः
ॐ धार्मिक-वन्द्याय नमः
ॐ धार्मिक-जन-ध्याताय नमः
ॐ धनदादि-समर्चिताय नमः
ॐ धन्विने नमः
ॐ धर्म-नारायणाय नमः
ॐ आदित्य-रुपाय नमः
ॐ अमोघाय नमः
ॐ घिषण-पूज्याय नमः
ॐ घिषणाग्रज-सेव्याय नमः
ॐ घिषण-वन्द्याय नमः
ॐ घिषणा-दायकाय नमः
ॐ धार्मिक-शिखा-मणये नमः
ॐ धी-प्रदाय नमः
ॐ धी-रुपाय नमः
ॐ ध्यान-गम्याय नमः
ॐ ध्यान-ध्यात्रे नमः
ॐ ध्यातृ-ध्येय-पदाम्बुजाय नमः
ॐ धूप-दीपादि-पूजा-प्रियाय नमः
ॐ धूमादि-मार्ग-दर्शकाय नमः
ॐ तेजोकृत-अग्नि-रुपाय नमः
ॐ प्रभञ्जन वायु-रुपाय नमः
ॐ सौम्याय चन्द्रमसे नमः
ॐ वृहस्पति-प्रसूता-ओषध-द्रव्य-पतये नमः
ॐ अमृतांशूद्-भवाय नमः
ॐ धर्म-मार्गे-विघ्न-कृत्-सूदनाय नमः
ॐ धनुर्वातादि-रोगघ्नाय नमः
ॐ धारणा-मार्ग-दर्शकाय नमः
ॐ ध्यातृ-पाप-हराय नमः
ॐ वरदाय धन-धान्य-प्रदाय नमः
ॐ धेनु-रक्षा-धुरीणाय नमः
ॐ धरणी-रक्षण-धुरीणाय नमः
ॐ ओजस्तेजो-द्युति-धराय नमः
ॐ मोहिनी-रुपाय नमः
ॐ समुद्र-मन्थनोद्-भवाय नमः
ॐ धर्म-धुरन्धराय नमः
ॐ तुष्टाय पुष्टाय नमः
ॐ वेद्याय वैद्याय नमः
ॐ सोमपोऽमृतपः सोमाय नमः
ॐ पुरुष-पुरुषोत्तमाय नमः
ॐ वाचस्पतये नमः
ॐ भेषजे भिषजे नमः
ॐ महा-कृतवे नमः
ॐ महा-यज्ञाय नमः
ॐ हविज़े महा-हविषे नमः
ॐ लोक-बन्धवे माधवाय नमः
ॐ धनगुप्त-वरदाय भक्त-वत्सलाय नमः
ॐ इन्द्र-कर्मणे नमः
ॐ पावनाय नमः
ॐ अमृताशाय नमः
ॐ अमृत-वपुषे नमः
ॐ सर्वतो सुखाय नमः
ॐ न्यग्रोधौदुम्बराय नमः
ॐ अश्वत्थाय नमः
ॐ अणवे नमः
ॐ वृहते नमः
ॐ धनुर्धराय नमः
ॐ धनुर्वेदाय नमः
ॐ प्रिय-कृते प्रीति-वर्धनाय नमः
ॐ ज्योतिषे नमः
ॐ सुखदाय नमः
ॐ स्वस्तिने नमः
ॐ कुण्डलिने नमः
ॐ चक्रिणे विक्रमिणे नम;
ॐ शब्द-सहाय नमः
ॐ दुःस्वप्न-नाशनाय नमः
ॐ आधार-निलयाय नमः
ॐ प्राणाय प्राणदाय नमः
ॐ प्राण-निलयाय नमः
ॐ प्राण-धृते नमः
ॐ प्राण-जीवनाय नमः
ॐ तत्त्वाय तत्त्व-विदे नमः
ॐ जन्म-मृत्यु-जरागाय नमः
ॐ यज्ञाय महेज्याय नमः
ॐ क्रतवे यज्ञ-वाहनाय नमः
ॐ यज्ञ-भृते नमः
ॐ यज्ञाय यज्ञाङ्गाय नमः
ॐ ईज्याय यज्ञिने नमः
ॐ यज्ञ-भुजे नमः
ॐ यज्ञ-साधनाय नमः
ॐ यज्ञान्न-कृते नमः
ॐ यज्ञ-गुह्याय नमः
ॐ साम-गानाय नमः
ॐ पाप-नाशनाय नमः
ॐ भरद्वाज-प्रियाय नमः
ॐ महोत्साहाय नमः
ॐ वर्धमानाय नमः
ॐ काशिराज-धन्वन्तरये नमः
ॐ दिवोदास-धन्वन्तरये नमः
ॐ श्री-धारामृत-हस्ताय नमः
ॐ धृतामृत-कलश-कराय नमः
ॐ लक्ष्मी-सहोदराय नमः
ॐ आधि-व्याधि-विनाशिने नमः

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