January 27, 2016 | aspundir | Leave a comment शाबर-मन्त्र-वल्लरी भूत-प्रेतादि बाँधना तथा झाड़ना मन्त्रः- “बाद करत बादी चले, नौ सौ ढाल मढाय । जाते मारै बादिया औ करै बदिनियाँ राँड़ ।। पाँच बरस का बालक मारे, गर्भै करै अहार । देव को बाँध, देवी को बाँध, भूत को बाँध, चुड़ैल को बाँध ।। किए-कराए को बाँध, गली-घाट को बाँध । कब्जे मे कर लाव, इतना काम न करै, तो बादी भयङ्कर न कहलाय, हनुमान की हङ्कार ।।” विधि – सरसों के तेल का होम देकर ११ दिन तक १०८ जप करे । प्रयोग – ७ काली मिर्च के दानों पर ७ बार मन्त्र पढ़़कर प्रेत – ग्रस्त व्यक्ति को खिलाने से प्रेत बोलता है । उसकी बात सुनकर उसका उचित समाधान करें । मोर-पङ्ख से ७ बार मन्त्र पढ़ते हुए झाड़ने से भूत-प्रेत, जादू-टोना तथा अभिचार का नाश होता है । Related