मोहिनी शाबर मन्त्र
मन्त्रः-
“कहे कमिख्या सुनहु ललजार जर ! पेड़ पात सब तुमरो मलिनौ, पाल पात जराय के भस्मत कीनो । पुन वह क्षार महा-देव ने लई । अब तुमको प्रतिष्ठा भई । ग्रह विचार बेगे तुम आए, जिमि क्षार लगावो धाए । छिन इक में बस होय हमारे, तन-मन ते पग परत विचारे । मेरी भगत, गुरु की सकत । फुरै मन्त्र, ईश्वरो वाचा ।।”

विधिः-
वशीकरण हेतु प्रशस्त दिन, तिथि तथा नक्षत्र देखकर, लाजवन्ती का पौधा लाकर, उसे सुखाकर, जलाकर भस्म बनावे । इस भस्म को सात बार मन्त्रित कर जिसे लगा दिया जाएगा, वह वशीभूत होगा, चाहे स्त्री हो या पुरुष । पौधा जलाते समय मन्त्र का लगातार जप करते रहें ।

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