October 21, 2015 | aspundir | Leave a comment श्रीराम प्रसन्नता का मन्त्र “अरथ न धरम न काम रुचि गति न चहउँ निरबान जनम जनम रति राम पद यह बरदान न आन ।।” मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभ इस मन्त्र को यथाशक्ति अधिक-से-अधिक संख्या में ४० दिन तक जपते रहें और प्रतिदिन प्रभु श्रीराम की प्रतिमा के समक्ष भी सात बार जप अवश्य करें, तो इस मन्त्र के प्रयोग से जन्म-जन्मान्तर तक श्रीराम जी की पूजा का स्मरण रहता है और प्रभु श्रीराम प्रसन्न होते हैं । Related