साधना-रक्षक मन्त्र-प्रयोग
मन्त्र – “ॐ नमो सर्वार्थ-साधिनी स्वाहा ।”

विधि–उक्त ११ अक्षरों के मन्त्र को शुभ मुहूर्त में १००० बार जपे । १ माला जप के साथ ‘होम’ करे । अथवा ग्रहण – काल में १२५००० जप कर हवन-तर्पण-मार्जन और ब्रह्म-भोज करे ।
फिर आवश्यकता पड़ने पर जब किसी शाबर – मन्त्र का अनुष्ठान करे, तब अपने आस-पास उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित किए हुए जल से रेखा खीच ले । अथवा २७ या १०८ बार उक्त मन्त्र पढकर जल को अभिमन्त्रित करे और अपने चारों ओर छिड़क ले ।
इसके बाद साध्य शाबर-मन्त्र की साधना श्रद्धा-विश्वास से करे । साधना की सभी बाधाएँ तो दूर होगी ही, साथ ही सफलता भी प्राप्त होगी । अनुभूत प्रयोग है ।

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