हजरत गौसुल आजम का फालनामा

यह फालनामा हजरत गौसुल आजम ने तैयार किया था । इस फालनामे को मुसलमानों में अत्यधिक आदर-सम्मान और मान-प्रतिष्ठा दी जाती है ।

फालनामा देखने की विधि – सर्वप्रथम प्रश्नकर्ता स्नान-ध्यान, पूजा-पाठ इत्यादि से निबटकर शुद्ध मन से पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनी आंखें बंद करके किसी भी एक कोष्ठक में अपने दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली को रख दें । जो भी अंक प्राप्त हो, उसका परिणाम अग्रांकित विवण से देखकर जान लेवें ।

परिणामः-
1. कुछ दिन सब्र करो । ईश्वर तुम्हारी मनोकामना पूरी करेंगे ।
2. तुम्हारा मनोरथ सिद्ध होगा । फाल शुभ है । ईश्वर पर भरोसा रखो ।
3. यह काम अच्छा नहीं है । इसका विचार त्याग दो अन्यथा पछताओगे ।
4. तुम्हारी मनोकामना सफल होगी, विश्वास रखो । ईश्वर से प्रार्थना करो ।
5. चिंता मत करो, तुम्हारा मनोरथ सिद्ध हो जायेगा । बस थोड़े दिन की देर है ।
6 यह काम जरा मुश्किल है, लेकिन कोशिश करते रहो । थोड़े दिनों पश्चात् तुम्हारे सभी कार्य सफल हो जायेंगे ।
7. घबराहट और निराशा करना उचित नहीं है । तुम्हारा कार्य पूर्ण हो जायेगा ।
8. तुम्हारी इच्छा पूरी हो जायेगी, धैर्य से काम लो । निराश मत होओ ।
9. इतना दुख करना व्यर्थ है । कोशिश करते रहो, तुम अवश्य ही सफल हो जाओगे ।
10. काम पूरा हो जायेगा, परन्तु थोड़ी देर लगेगी । थोड़ा सा संतुष्ट रहो ।
11. हृदय को मजबूत बनाकर रखो । मन शुद्ध और साफ रखो । तुम्हारा काम हो जायेगा ।
12. धैर्य रखो । तुम्हारी इच्छानुसार तुम्हें सफलता प्राप्त होगी ।
13. यह इरादा ठीक नहीं है । इस विचार को मन से निकाल दो अन्यथा मुसीबत में पड़ जाओगे ।
14. निराशा कतई छोड़ दो । सफलता की आशा बनाए रखो ।
15. शत्रुओं की चिंता मत करो । तुम्हें सफलता प्राप्त होगी ।
16. कोशिश और साहस की आवश्यकता है । तुम्हारा मनोरथ सिद्ध हो जायेगा ।
17. ईश्वर तुम्हारी इच्छा पूरी करेगा । उसका धन्यवाद करो ।
18. यह कार्य होना असंभव है, अतएव इसका विचार ही त्याग दो ।
19. स्वयं की शक्ति के अनुसार ही इच्छा करो । बड़ी-बड़ी आशाएं रखने से कोई लाभ नहीं है ।
20. ऐसा होना कतई भी संभव नहीं है । इस बात को भूल जाओ ।
21. तुम्हारी मनोकामना तुम्हारी इच्छानुसार ही पूरी हो जायेगी । ईश्वर को धन्यवाद करो ।
22. तुम्हें रोजगार अवश्य मिलेगा । ईश्वर पर भरोसा रखो ।
23. निश्चिंत रहो, तुम्हारी चीज तुम्हें शीघ्र ही मिल जायेगी ।
24. तुम्हारी मनोकामना पूरी होगी । ईश्वर बहुत दयावान है, उस पर भरोसा रखो ।
25. ऐसे काम की सम्भावना करना व्यर्थ है । इस विचार को ही त्याग दो ।
26. कोशिश करो, ईश्वर तुम पर दया करेंगे और तुम्हारा काम हो जायेगा ।
27. किसी प्रकार का कोई भी संकोच मत करो, तुम्हारी इच्छा अवश्य पूरी होगी ।
28. तुम्हारी मनोकामना पूर्ण होगी । ईश्वर का धन्यवाद करते रहो ।
29. फाल बहुत शुभ है । यह काम तुम्हारे पक्ष का होगा ।
30. तुम्हारा भाग्य प्रबल है । बस थोड़े दिन सब्र करो, फिर सब ठीक हो जायेगा ।
31. तुम्हारा प्रयत्न करना व्यर्थ है । यह कार्य तुम्हारे विरुद्ध है । व्यर्थ की दुश्मनी मत मोल लो ।
32. ईर्ष्यालुओं की ईर्ष्या से बचो और इस कार्य को करने का विचार छोड़ दो ।
33. यदि ईश्वर पर भरोसा रखोगे तो अवश्य सफल हो जाओगे । निराश मत हो ।
34. कोशिशें करने के पश्चात् ही तुम्हारी मनोकामनाएं पूर्ण होगी ।
35. तुम व्यर्थ ही परेशान हो रहे हो । तुम्हारी यह बात ठीक नहीं है ।
36. निश्चिंत रहो, तुम्हारा मनोरथ अवश्य सिद्ध होगा । घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है ।
37. उन लोगों पर विश्वास रखो जो तुम्हारे शुभचिंतक हैं । तुम्हारा काम पूरा हो जायेगा ।
38. ईश्वर को छोड़कर यदि आदमी पर भरोसा करोगे तो काम में बाधाएं आयेंगी ।
39. सब्र करना उत्तम है, ईश्वर तुम्हें निहाल कर देगा ।
40. तुम्हारा मनोरथ सिद्ध होगा, ईश्वर का ध्यान करो ।
41. कुछ दिन सब्र करो, तुम अवश्य ही सफल हो जाओगे ।
42. ऐसे कामों का विचार मत किया करो । वैसे तुम्हारा यह काम हो जायेगा ।
43. साहस और प्रयत्न की आवश्यकता है । शीघ्र ही सफलता प्राप्त होगी ।
44. इस विचार को ही त्याग दो । तुम्हारे लिए यह बात उचित नहीं है ।
45. तुम्हारे परेशानी भरे दिन अब समाप्त होने वाले हैं ।
46. शुभ समय की प्रतीक्षा करो । तुम्हें परम आनन्द प्राप्त होगा ।
47. निश्चिंत रहो । तुम्हारी इच्छानुसार ही यह काम हो जायेगा ।
48. अगर तुम रुपया-पैसा खर्च करोगे तो तुम्हारी इच्छा पूरी हो जायेगी ।
49. तुम्हारी हार्दिक इच्छाएं पूर्ण हो जायेंगी । ईश्वर का धन्यवाद करो ।
50. ईश्वर की प्रार्थना-उपासना करो । तुम्हारा सब काम ठीक हो जायेगा ।
51. थोड़े दिन और सब्र करो । ईश्वर ने चाहा तो तुम्हारी मनोकामना पूर्ण होगी ।
52. यह निष्फल विचार है । इसे त्यागना ही उत्तम है ।
53. इतनी घबराहट और भय कायरता है । साहसी बनकर रहो ।
54. दुखी मत हो । ईश्वर तुम्हारी मनोकामना पूरी करेगा ।
55. यह काम असंभव है । व्यर्थ ही अपना समय नष्ट मत करो ।
56. कोशिश करते रहो । वैसे उम्मीद नहीं है कि तुम्हारा यह काम हो जायेगा ।
57. धीरज रखो, तुम्हारे परिश्रम का फल अवश्य मिलेगा ।
58. कुछ दिनों की परेशानी और है, फिर आनन्द और सुख की प्राप्ति होगी ।
59. तुम्हारा मनोरथ सिद्ध हो जायेगा, ईश्वर को धन्यवाद दो ।
60. तुम्हारा यह विचार निरर्थक है । इसका त्याग कर दो अन्यथा पछताओगे ।
61. इतनी जल्दबाजी मत करो, देर तो अवश्य लगेगी, परन्तु सब ठीक हो जायेगा ।
62. तुम्हारी इच्छानुसार ही तुम्हारा कार्य सिद्ध हो जायेगा । ईश्वर को धन्यवाद दो ।
63. तुम्हारा भाग्य बहुत बलवान है । थोड़े दिनों बाद तुम्हें सम्पूर्ण सुख प्राप्त होगा ।
64. इस काम का पूरा होना असम्भव है । अतः इसे करने का विचार ही त्याग दो ।
65. थोड़ा सा प्रयास करोगे तो तुम्हारा मनोरथ पूरा हो जायेगा ।
66. ईश्वर पर भरोसे के साथ धैर्य रखो । अंत में तुम्हारी ही विजय होगी ।
67. सब्र करो । शुभ समय आ रहा है । फिर सब कुछ ठीक हो जायेगा ।
68. यह बात तुम्हारी सामर्थ्य से परे है । परन्तु फिर भी तुम सफल हो जाओगे ।
69. इतना भय और शंका मन में मत रखो । ईश्वर से प्रार्थना करते रहो ।
70. बस थोड़ा समय और शेष है । फिर आनन्द और सुख की प्राप्ति होगी ।
71. ईश्वर तुम्हें अवश्य ही सफलता प्रदान करेगा ।
72. जल्दबाजी करना ठीक नहीं है । काम चाहे देरी से हो मगर ठीक ही होना चाहिए । निश्चिंत रहो, तुम्हारी मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होगी ।

 

 

 

 

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