श्रीपञ्चमी-वसन्तपञ्चमी श्रीपञ्चमी-वसन्तपञ्चमी वसन्तपञ्चमी पूजा माघ शुक्ल पूर्वविद्धा पञ्चमी को उत्तम वेदी पर वस्त्र बिछाकर अक्षतों का अष्टदल कमल बनाये। उसके अग्रभाग में गणेशजी और पृष्ठभाग में ‘वसन्त’-जौ, गेहूँ की बाल का पूञ्ज (जो जलपूर्ण कलश में ड़ठल सहित रखकर बनाया जाता है) स्थापित करके सर्वप्रथम गणेशजी का पूजन करे और पीछे उक्त पुञ्ज में “रति” और… Read More
काम-देवता सिद्धि काम-देवता सिद्धि मन्त्र (१) – “ॐ नमो आदेश गुरु का । कामदेव -कामदेव क्या करे ? तुम मेरे पास हाजिर होकर सब स्त्री – पुरुष को मेरे वश में करे । हर वक्त मेरे साथ रहे । मेरा कार्य करे । ऐसा न हो, तो महादेव के नेत्र से भस्म हो जाए । आदेश गुरु… Read More
कामदेव अमोघ शस्त्र कामदेव अमोघ शस्त्र मन्त्रः— “ॐ नमो भगवते काम-देवाय श्रीं सर्व-जन-प्रियाय सर्व-जन-सम्मोहनाय ज्वल-ज्वल, प्रज्वल-प्रज्वल, हन-हन, वद-वद, तप-तप, सम्मोहय-सम्मोहय, सर्व-जनं मे वशं कुरु-कुरु स्वाहा।”… Read More