॥ कूष्माण्डा ॥ यह देवि ब्रह्माण्ड को कूष्माण्ड की तरह आकृति में धारण करती है । ईषत् हँसने से अण्ड को अर्थात् ब्रह्माण्ड को पैदा करती है । इन्हें कुम्हड़े की बलिप्रिय है अतः इन्हें कूष्माण्डा नाम से संबोधित किया जाता है । अष्टभुजा स्वरूप में सातभुजाओं में अस्त्र धारण करती हैं तथा दाहिनी भुजा… Read More