भगवान् श्रीकृष्ण की शरणागति और उनका आश्रय प्राप्त करने हेतु भगवान् श्रीकृष्ण की शरणागति और उनका आश्रय प्राप्त करने हेतु मन्त्रों की भाँति ही यन्त्र भी बड़े प्रभावशाली होते हैं । कुछ यन्त्रों के साथ मन्त्र भी होते हैं और कुछ केवल अङ्कात्मक यन्त्र होते हैं । विभिन्न यन्त्र, विभिन्न कार्यों की सिद्धि और रोगनिवृत्ति आदि के लिये काम में लाये जाते हैं । प्रत्येक… Read More
भगवान् श्रीकृष्ण से सर्वमनोकामना पूर्ति हेतु सरल अनुष्ठान भगवान् श्रीकृष्ण से सर्वमनोकामना पूर्ति हेतु सरल अनुष्ठान मन्त्रः- ॐ ऐं ह्रीं श्रीं नमो भगवते राधाप्रियाय राधारमणाय गोपीजनवल्लभाय ममाभीष्टं पूरय पूरय हुं फट् स्वाहा ॥… Read More
भगवान् श्रीकृष्ण के दर्शन के लिये सरल अनुष्ठान भगवान् श्रीकृष्ण के दर्शन के लिये लौकिक सरल अनुष्ठान (१) कच्चित्तुलसि कल्याणि गोविन्दचरणप्रिये । सह त्वालिकुलैर्बिभ्रद् दृष्टस्तेऽतिप्रियोऽच्युतः ॥ (श्रीमद्भागवत १० । ३०। ७)… Read More
श्रीराधा-माधवप्रेमकी प्राप्तिके लिये लौकिक सरल अनुष्ठान श्रीराधा-माधवप्रेमकी प्राप्तिके लिये लौकिक सरल अनुष्ठान साधक भक्त स्नान करनेके बाद श्रीराधामाधव- प्रेमप्राप्तिके लिये सर्वप्रथम भगवान् श्रीराधामाधव के युगलस्वरूपवाले किसी मनभावन चित्रपट को सामने रखकर उसका पंचोपचार पूजन करे, तत्पश्चात् शुद्ध वस्त्र धारणकर, शुद्ध आसनपर बैठकर श्रीमद्भागवत के निम्नलिखित चारों श्लोकों (१०। ३३ । २२-२५) को, श्रीमद्भागवत के ही निम्नलिखित (१०।३३। ४०) श्लोक के द्वारा… Read More
गोपालस्तोत्रं अथवा गोपालस्तवराजस्तोत्रम् ॥ गोपालस्तोत्रं अथवा गोपालस्तवराजस्तोत्रम् ॥ श्रीमद्गोपीजनवल्लभाय नमः । विनियोगः- ॐ अस्य श्रीगोपालस्तवराजमन्त्रस्य श्रीनारद ऋषिः । अनुष्टुप् छन्दः । श्रीकृष्णः परमात्मा देवता । श्रीकृष्णप्रीत्यर्थे जपे विनोयोगः ॥ ॥ ध्यानम् ॥ सजलजलदनीलं दर्शितोदारशीलं करतलधृतशैलं वेणुवाद्यै रसालम् । व्रजजनकुलपालं कामिनीकेलिलोलं तरुणतुलसिमालं नौमि गोपालबालम् ॥… Read More
श्रीकृष्ण सहस्रनाम स्तोत्र ॥ श्रीकृष्णसहस्रनामस्तोत्र ॥ श्रीमद्रुक्मिमहीपालवंशरक्षामणिः स्थिरः । राजा हरिहरः क्षोणीं रक्षत्यम्बुधिमेखलाम् ॥ १ ॥ स राजा सर्वतन्त्रज्ञः समभ्यर्च्य वरप्रदम् । देवं श्रियः पतिं स्तुत्या समस्तौद्वेदवेदितम् ॥ २ ॥ तस्य हृष्टाशयः स्तुत्या विष्णुर्गोपांगनावृतः । स पिंछश्यामलं रूपं पिंछोत्तंसमदर्शयत् ॥ ३ ॥ स पुनः स्वात्मविन्यस्तचित्तं हरिहरं नृपम् । अभिषिच्य कृपावर्षैरभाषत कृतांजलिम् ॥ ४ ॥… Read More
श्रीकृष्णस्तोत्रम् ॥ श्रीकृष्णस्तोत्रम् ॥ ॥ पार्वत्युवाच ॥ भगवन् श्रोतुमिच्छामि यथा कृष्णः प्रसीदति । विना जपं विना सेवां विना पूजामपि प्रभो ॥ १ ॥ पार्वती ने कहा – हे भगवन ! हे प्रभो ! मैं यह पूँछना चाहती हूँ कि बिना जप, बिना सेवा तथा बिना पूजाके भी कृष्ण कैसे प्रसन्न होते हैं ? ॥ १ ॥… Read More
श्रीकृष्ण यंत्रावरण पूजनम् ॥ अथ श्रीकृष्ण यंत्रावरण पूजनम् ॥ सम्प्रदाय भेद से एक अन्य यंत्रार्चन इस प्रकार है । यन्त्ररचना -बिन्दु, त्रिकोण, षट्कोण, अष्टदल, दशदल, द्वादशदल, चतुर्दशदल एवं षोडशदल बनाकर भूपुर बनाये। ॥ श्रीकृष्ण पूजन यन्त्रम् ॥ प्रत्येक आवरण पूजन बाद, पुष्पांजलि देकर प्रार्थना करे ।… Read More
श्रीराधा-माधव यन्त्र श्रीराधा-माधव यन्त्र श्रीराधिकाजी का यह यन्त्र राधिका-पंचदशी-यन्त्र कहलाता है । इसका राधाष्टमी (भाद्रपद शु० ८)-के दिन, दीपावली (कार्तिक अमावस्या)-या होलिका पर्व (फाल्गुन पूर्णिमा)-में ताम्र, स्वर्ण, रजत पत्रपर खुदवाकर अथवा भोजपत्रपर अष्टगन्ध से रचनाकर अभिषेक करना चाहिये । पंचगव्य, पंचामृत, गंगाजल अथवा यमुनाजल से स्नान कराने के पश्चात् रक्तवस्त्र या पीतवस्त्र पर यन्त्र को रखकर पंचोपचार,… Read More
श्रीकृष्ण – दशाक्षर मन्त्र प्रयोगः ॥ श्रीकृष्ण – दशाक्षर मन्त्र प्रयोगः ॥ दशाक्षर मन्त्र – “गोपीजन वल्लभाय स्वाहा ।” श्रीकृष्णमन्त्र – गोपीजनवल्लभाय स्वाहा — यह श्रीकृष्ण का दशाक्षर मन्त्र है । इससे दृष्टादृष्ट सभी प्रकार के फल प्राप्त होते हैं । ऐहिक और पारलौकिक दोनों ही शुभ फल प्राप्त होते हैं । इस मन्त्र के पहले ‘क्लीं’ बीज लगाकर ‘क्लीं… Read More