दैनिक भविष्यफल  : अंक ज्योतिष दैनिक अंक निकालने की विधि 1. जन्मतिथि, 2. जन्म महीना, 3. वर्तमान वर्ष, 4. वर्तमान महीना, 5. वर्तमान तिथि (जिस तिथि का भविष्य जानना है, वह दिनांक)। उपर्युक्त सभी को जोड़कर इसका मूलांक बना लें । यही दैनिक अंक होगा । उदाहरण के लिए किसी व्यक्ति की जन्मतिथि 03-12-1994 है… Read More


हनुमान ज्योतिष साधक स्नानादि के बाद शुद्ध वस्त्र पहनकर सर्वप्रथम पाँच बार “ॐ रां रामाय नमः” का जप करने के पश्चात् ग्यारह बार “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का जप करें । तदुपरान्त आँख बन्द कर अपनी मनोकामना मन में बोलते हुए  आँख बन्द करएक से सात तक में से कोई एक अंक मन में विचार… Read More


आज का दिन कैसा बीतेगा पंचांग से वर्त्तमान नक्षत्र ज्ञात करें। फिर नीचे दिए गये चक्र के समान एक चक्र बनायें। इस चक्र में जहां १ लिखा है, वहां उस दिन का प्रातःकालीन नक्षत्र को लिखकर उससे आगे के नक्षत्रों को क्रमशः २, ३, ४ आदि अंकों के स्थान पर लिखते हुए अभिजित् सहित २८… Read More


ग्रह बाधा के पूर्व संकेत ग्रह अपना शुभाशुभ प्रभाव गोचर एवं दशा-अन्तर्दशा-प्रत्यन्तर्दशा में देते हैं । जिस ग्रह की दशा के प्रभाव में हम होते हैं, उसकी स्थिति के अनुसार शुभाशुभ फल हमें मिलता है । जब भी कोई ग्रह अपना शुभ या अशुभ फल प्रबल रुप में देने वाला होता है, तो वह कुछ… Read More


नवग्रह शांतिदायक टोटके सूर्यः- १॰ सूर्यदेव के दोष के लिए खीर का भोजन बनाओ और रोजाना चींटी के बिलों पर रखकर आवो और केले को छील कर रखो । २॰ जब वापस आवो तभी गाय को खीर और केला खिलाओ । ३॰ जल और गाय का दूध मिलाकर सूर्यदेव को चढ़ावो। जब जल चढ़ाओ, तो… Read More


शनि साढ़े-साती निवारण १॰ किसी छोटे मिट्टी के बर्तन में या मोटा मजबूत कपड़े में २५० ग्राम तम्बाकू (बनाकर या बना हुआ खरीद कर) तथा ५०० ग्राम तेल डालकर उस बर्तन या कपड़े में नीचे एक छोटा-सा छेद करें तथा उसको शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर बाँध दें । फिर ५ सप्ताह तक… Read More


त्रिखल जन्म दोष क्या है ? जब किसी स्त्री के तीन लड़कियों के बाद लड़के का जन्म हो या तीन लड़कों के पश्चात् लड़की का जन्म हो तो ‘त्रिखल’ नामक दोष होता है । पुत्र जन्म हो तो पिता को भय, बीमारी और धन हानि होती है । पुत्री के जन्म होने से माता के… Read More


ज्योतिष के परिप्रेक्ष्य में शाबर मन्त्र शाबर मन्त्रों के सम्बन्ध में कुछ लोग यह कहते हैं कि उन्होंने शाबर-मन्त्र ‘जप’ कया, किन्तु कोई लाभ नहीं हुआ । वास्तव में ‘मन्त्र-सिद्धि’ न हो, तो जप दो बार या तीन बार करना चाहिए । फिर भी मन्त्र-सिद्धि न हो, तो उसके लिए अन्य कारणों को खोजना चाहिए… Read More


हनुमान् ज्योतिष विधिः- जिज्ञासु को स्नानादि से शुद्ध होकर “ॐ रां रामाय नमः” मन्त्र का ११ बार जप कर “ॐ हनुमते नमः” का जप करना चाहिए । उसके बाद सम्पूर्ण राम दरबार का स्मरण करते हुए प्रश्नावली चक्र पर तर्जनी अंगुली घुमाते एवं मन-ही-मन अपने प्रश्न को दोहराते हुए किसी एक कोष्ठक पर अंगुली रोक… Read More


काल गणना भारतीय ज्योतिष में काल गणना की सबसे छोटी इकाई ‘निमेष’ है तथा सबसे बड़ी इकाई ‘ब्रह्मायु’ है, जिसका मान 31,10,40,00,00,00,000 मानव वर्ष के बराबर है। इनका विभाजन इस प्रकार किया गया है। कोमलातिकोमल कमल दल में एक तीक्ष्ण सुई के भेदन में जितना समय लगता है, उसका नाम ‘त्रुटि’ है।… Read More