हनुमान-शाबर-मन्त्र हनुमान-शाबर-मन्त्र ‘कल्याण’ के हनुमान अङ्क’ से उद्धृत १. सिर – पीड़ाः— पीड़ित व्यक्ति को दक्षिणाभिमुख – मुख बैठा कर उसके सिर को अपने हाथ से पकड़े । फिर निम्न ‘शाबर मन्त्र’ का उच्चारण करते हुए झाड़े — मन्त्रः— “लङ्का में बैठ के माथ हिलावे हनुमन्त । सो देखि के राक्षस-गण पाय दुरन्त ॥ बैठी सीता… Read More
नकसीर स्तम्भन मन्त्र नकसीर स्तम्भन मन्त्र मन्त्रः- “ॐ नमो गुरु की आज्ञा सार-सार महासागरे बांधूं सातवार फिर बांधूं तीन बार लोहे की सार बांधे हनुमन्त वीर पाके न फूटे तुरत सोखे।”… Read More
तिलक वशीकरण मन्त्र तिलक वशीकरण मन्त्र विधिः- शनिवार के दिन हनुमान जी का पूजन करें और मूर्ति को सिन्दूर का चोला चढ़ाये। इसके बाद एक माला मंत्र का जाप 21 दिन करें ।… Read More
पीलिया झाड़ने का मन्त्र पीलिया झाड़ने का मन्त्र विधिः –श्री हनुमान जी की मूर्ति के आगे नित्य एक हजार मन्त्रों का जप कर इक्कीस दिनों तक इक्कीस हजार बार जपने से मन्त्र सिद्ध हो जाता है। साधना पूर्ण होने के बाद पीलिया ग्रस्त रोगी को सामने बैठाकर काँसे की कटोरी में तेल डाल कर उसके सिर के ऊपर रखें… Read More
हनुमान शाबर हनुमान शाबर मन्त्रः- “निज ध्यान धूप, शिव वीर हनुमान, जटा – जूट अवधूत, जङ्ग जञ्जीर, लँगोट गाढ़ो । भूत को वश, परीत को वश, गदा तेल सिन्दूर चढ़े । आप देखे, तो सत्य की नाव नारसिंह खेवे । दुष्ट को लात बजरङ्ग देवे । भक्त की कड़ी आठ लाख अस्सी हजार वश कर । रावण… Read More
आत्म-रक्षा-मन्त्र आत्म-रक्षा-मन्त्र मन्त्रः- “चन्दा बाँधों, सूरज बाँधों । बाँधों गङ्गा माई । तेंतीस कोटि के देवता बाँधों । हनुमत की राम दुहाई । मरघट का मसान बाँधों । मन चाहे लड्डू खाऊँ । पूजा करूँ गणेश की । मन चाहे जहाँ चला जाऊँ । श्री हनुमान जी की राम दुहाई ।।”… Read More
विपरीत चालन शाबर-मन्त्र-वल्लरी विपरीत चालन मन्त्रः- “ॐ नमो आदेश गुरू का, एक ठौ सरसों सोला राई, मोरो पठ-वल कोरो जाई । खाय-खाय पड़ै मार, जे करै ते मरै । उलट विद्या ताही पर पड़ै । शब्द साँचा, पिण्ड काँचा, तो हनुमान का मन्त्र साँचा । फुरौ भर, ईश्वरी वाचा । दुहाई माता अञ्जनी की ।।”… Read More
भूत-प्रेतादि बाँधना तथा झाड़ना शाबर-मन्त्र-वल्लरी भूत-प्रेतादि बाँधना तथा झाड़ना मन्त्रः- “बाद करत बादी चले, नौ सौ ढाल मढाय । जाते मारै बादिया औ करै बदिनियाँ राँड़ ।। पाँच बरस का बालक मारे, गर्भै करै अहार । देव को बाँध, देवी को बाँध, भूत को बाँध, चुड़ैल को बाँध ।। किए-कराए को बाँध, गली-घाट को बाँध । कब्जे मे कर… Read More
भूत-प्रेत पकड़ना तथा झाड़ना शाबर-मन्त्र-वल्लरी भूत-प्रेत पकड़ना तथा झाड़ना मन्त्रः- “जभी बुलाए, तब न आए और आए आधी रात, लौंग सुपाड़ी नारियल । बीरा लेत अकास, धाय बीर आकास जाय और धाय बीर पाताल, धाय बीर चोटी गहै, भूत पकड़, देव पकड़, देवी पकड़, चड़ैल पकड़, किए कराए को पकड़, जादू – टोना को पकड़, मरही मसान को पकड़,… Read More
सिर-दर्द-नाशक मन्त्र सिर-दर्द-नाशक मन्त्र मन्त्रः- “लङ्का में बैठ के माथ हिलावै हनुमन्त, सो देखि के राक्षस-गण पराय तुरन्त । बैठी सीता देवी अशोक वन में, देखि हनुमान को आनन्द भई मन में । गई उर विषाद, देवी स्थिर दरशाय । अमुक के नहिं कछु पीर, नहिं कछु भार । आदेश कामाख्या हरिदासी चण्डी की दुहाई ।।”… Read More