शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 24 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 24 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः चौबीसवाँ अध्याय दैत्यराज जलन्धर तथा भगवान् शिव का घोर संग्राम, भगवान् शिव द्वारा चक्र से जलन्धर का शिरश्छेदन, जलन्धर का तेज शिव में प्रविष्ट होना, जलन्धर-वध से जगत् में सर्वत्र शान्ति का विस्तार व्यासजी बोले — ब्रह्माजी के श्रेष्ठ पुत्र परम… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 23 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 23 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः तेईसवाँ अध्याय विष्णु द्वारा माया उत्पन्नकर वृन्दा को स्वप्न के माध्यम से मोहित करना और स्वयं जलन्धर का रूप धारणकर वृन्दा के पातिव्रत का हरण करना, वृन्दा द्वारा विष्णु को शाप देना तथा वृन्दा के तेज का पार्वती में विलीन होना… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 22 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 22 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः बाईसवाँ अध्याय श्रीशिव और जलन्धर का युद्ध, जलन्धर द्वारा गान्धर्वी माया से शिव को मोहितकर शीघ्र ही पार्वती के पास पहुँचना, उसकी माया को जानकर पार्वती का अदृश्य हो जाना और भगवान् विष्णु को जलन्धरपत्नी वृन्दा के पास जाने के लिये… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 21 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 21 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः इक्कीसवाँ अध्याय नन्दी, गणेश, कार्तिकेय आदि शिवगणों का कालनेमि, शुम्भ तथा निशुम्भ के साथ घोर संग्राम, वीरभद्र तथा जलन्धर का युद्ध, भयाकुल शिवगणों का शिवजी को सारा वृत्तान्त बताना सनत्कुमार बोले — तब नन्दी, गणेश, कार्तिकेय आदि गणाधिपतियों को देखकर वे… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 20 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 20 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः बीसवाँ अध्याय दूत के द्वारा कैलास का वृत्तान्त जानकर जलन्धर का अपनी सेना को युद्ध का आदेश देना, भयभीत देवों का शिव की शरण में जाना, शिवगणों तथा जलन्धर की सेना का युद्ध, शिव द्वारा कृत्या को उत्पन्न करना, कृत्या द्वारा… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 19 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 19 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः उन्नीसवाँ अध्याय पार्वती को प्राप्त करने के लिये जलन्धर का शंकर के पास दूतप्रेषण, उसके वचन से उत्पन्न क्रोध से शम्भु के भ्रूमध्य से एक भयंकर पुरुष की उत्पत्ति, उससे भयभीत जलन्धर के दूत का पलायन, उस पुरुष का कीर्तिमुख नाम… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 18 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 18 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः अठारहवाँ अध्याय जलन्धर के आधिपत्य में रहनेवाले दुखी देवताओं द्वारा शंकर की स्तुति, शंकरजी का देवर्षि नारद को जलन्धर के पास भेजना, वहाँ देवों को आश्वस्त करके नारदजी का जलन्धर की सभा में जाना, उसके ऐश्वर्य को देखना तथा पार्वती के… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 17 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 17 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः सत्रहवाँ अध्याय विष्णु और जलन्धर के युद्ध में जलन्धर के पराक्रम से सन्तुष्ट विष्णु का देवों एवं लक्ष्मीसहित उसके नगर में निवास करना सनत्कुमार बोले — इसके बाद महापराक्रमी दैत्य शूल, परशु और पट्टिशों से भय से व्याकुल चित्तवाले देवताओं पर… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 16 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 16 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः सोलहवाँ अध्याय जलन्धर से भयभीत देवताओं का विष्णु के समीप जाकर स्तुति करना, विष्णु सहित देवताओं का जलन्धर की सेना के साथ भयंकर युद्ध सनत्कुमार बोले — इन्द्रसहित सभी देवता उस दैत्य को पुनः आता हुआ देखकर भय से काँप उठे… Read More
शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 15 शिवमहापुराण – द्वितीय रुद्रसंहिता [पंचम-युद्धखण्ड] – अध्याय 15 श्री गणेशाय नमः श्री साम्बसदाशिवाय नमः पन्द्रहवाँ अध्याय राहु के शिरश्छेद तथा समुद्रमन्थन के समय के देवताओं के छल को जानकर जलन्धर द्वारा क्रुद्ध होकर स्वर्ग पर आक्रमण, इन्द्रादि देवों की पराजय, अमरावती पर जलन्धर का आधिपत्य, भयभीत देवताओं का सुमेरु की गुफा में छिपना सनत्कुमार बोले… Read More