सिन्दूर मोहन शाबर मन्त्र
विधि –
सर्वप्रथम एक चाँदी की डिब्बी में “कामिया सिन्दूर” लेकर छत पर या किसी खुले स्थान में पूर्णमासी की सारी रात्रि में छोड़ दें। यह इस प्रकार से डिब्बी को खुली रखें कि इस पर सारी रात चाँदनी पड़ती रहें । सूर्योदय से पूर्व ही इसे उठा लायें और सिरहाने रखें।
सोमवार की रात्रि में दूध में थोड़ी-सी ब्रांडी मिला कर सम्पूर्ण शरीर में मालिश करें । बालों में भी और चाँद पर भी इसके बाद स्नान करके नैऋत्य कोण की ओर मुख करके बैठे और दाहिने हाथ की हथेली पर वह डिबिया रखकर 1008 बार मंत्र का जाप करें । यह आसन विवस्त्र होकर लगाया जाता है। तत्पश्चात आवश्यकता पड़ने इस सिन्दूर का टीका माथे पर लगा कर जहां भी जाएंगे वहां पर सभी लोग प्रभावित हो जाएंगे।

मन्त्रः-
“ॐ नमो आदेश गुरु का।
सिन्दूर की माया।
सिन्दूर नाम तेरी पत्ती।
कामाख्या सिर पर तेरी उत्पत्ति।
सिन्दूर पढ़ि में लगाऊँ बिन्दी।
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 का मन लाओ निकाल।
नहीं तो महादेव पिता का वाम पढ़ जाये लाग।
आदेश! आदेश! आदेश!!!!”

One comment on “सिन्दूर मोहन शाबर मन्त्र

  • कामाक्षा मंत्र का भूत वशीकरण मंत्र पोस्ट कीजिए पंडितजी

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