October 21, 2015 | aspundir | Leave a comment विघ्न-विनाशक गणेश मन्त्र “जो सुमिरत सिधि होइ गननायक करिबर बदन । करउ अनुग्रह सोई बुद्धिरासी सुभ गुन सदन ।।” मन्त्र की प्रयोग विधि और लाभ सर्व-प्रथम गणेशजी को सिन्दूर का चोला चढ़ायें और फिर रक्त-चन्दन की माला पर प्रातःकाल के समय दस माला (108*10=1080) बार इस मन्त्र का पाठ करें । यह प्रयोग ४० दिन तक करते रहें तो प्रयोग-कर्त्ता के सभी विघ्नों का अन्त होकर गणेशजी का अनुग्रह प्राप्त होता है । Related