January 26, 2019 | Leave a comment गुड़ मोहन शाबर मन्त्र विधिः- सर्वप्रथम मद्य, गुड़ की लपसी, कलेजी या मांस यह सब सामग्री एकत्र कर ‘पूजा’ के कमरे में रखे । फिर स्वच्छ कमरे में स्नानादि कर आसन पर बैठे । एक लकड़ी के पाटे के ऊपर वस्त्र बिछा कर उसके ऊपर ‘दीपक’ जलाए । लोबान की धूनी रखे । एक पात्र में गुड़ सहित अन्य वस्तुएँ दीपक के पास रखे । शनि से शनि तक ४६ दिनों तक नित्य १२५ बार उक्त मन्त्र जपे । प्रयोग का आरम्भ और पूर्णाहुति शनिवार को ही करे । लगातार ४९ दिनों तक ‘जप करने से मन्त्र की सिद्धि होगी । जब आवश्यकता पड़े, तब पहले से सिद्ध किए हुए गुड़ के टुकड़े को अथवा उसके विकल्प में किसी भी अन्य गुड़ के टुकड़े को ले । उसे ७ बार उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर फूँके । फिर जिस व्यक्ति को यह गुड़ खिलाया जाएगा, वह व्यक्ति मोहित होगा । यदि अकेले गुड़ खिलाना उचित न लगे, तो उसका शरबत बना कर पिलाए अथवा लड्डू-लपसी में डालकर भी इसे खिलाया जा सकता है । मन्त्रः- “ॐ नमो आदेश गुरु को । गुगल की धूप का धुआंधार । देखु पलमा तेरी शक्ति । तेरस रात को टूटा तारा । ऐसा टूटे, भैरों बाबा का मन गाए । गुड़ मन्त्र पढ़ उसको दे । घर में चक्क, न बाहर चक्क । फिर-फिर देखे मेरा मुख । जीवन सेवे जीव को, मूए सैवे मसान । हमसे आकुल-व्याकुल हो, तो जती हनुमन्त की आन । हमें छोड़ और के पास जाए, पेट फाड़ तुरन्त मर जाए । सत्य नाम, आदेश गुरु को ।” Related