अकबरी फालनामा इस फालनामे के जरिये आप अपनी मनोकामनाओं के परिणाम के विषय में पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । पूर्ण श्रद्धा के साथ अपनी फाल निकालें और उसका परिणाम जान लें ।… Read More


पीरों के पीर गौस ए आजम पीरों के पीर शेख सैय्यद अबू मोहम्मद अब्दुल कादिर जीलनी रहमतुल्लाह अलैह से निस्बत रखता है। जिन्हें गौस ए आजम के नाम से जाना जाता है। आपका नाम ” अब्दुल कादिर जिलानी ” है ! आप ” शेख अबू सईद मरमक दूमी ” के पुत्र थे ! आपका जन्म… Read More


दुश्मन ज़बानबंदी / दुश्मन को बेअसर करना विधि – मंगलवार अथवा किसी भी दिन दोपहर दो बजे से चार बजे के मध्य सफेद कागज पर काली स्याही के पेन से खानों में बायें नीचे कोनों में दिये गये अंक की चाल के अनुसार यन्त्र बनायें । ध्यान रहे गोले में दिये गये अंकों को नहीं… Read More


हजरत गौसुल आजम का फालनामा यह फालनामा हजरत गौसुल आजम ने तैयार किया था । इस फालनामे को मुसलमानों में अत्यधिक आदर-सम्मान और मान-प्रतिष्ठा दी जाती है । फालनामा देखने की विधि – सर्वप्रथम प्रश्नकर्ता स्नान-ध्यान, पूजा-पाठ इत्यादि से निबटकर शुद्ध मन से पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनी आंखें बंद करके किसी भी… Read More


दरगाह-सिद्धि का शाबर मन्त्र विधि — आपत्ति, कष्ट, आपदा, विपदा, उपद्रव, बाधा, पीड़ा, तनाव – पूर्ण – स्थिति या धर्म-सङ्कट से बचने का कोई मार्ग न मिल रहा हो, तब इस ‘प्रयोग’ से ईप्सित शान्ति प्राप्त होती है । कई लोगों ने इस प्रयोग से अपने कष्टों का निवारण किया है । किसी भी पाक-साफ… Read More


शत्रु को परास्त करने का मुस्लिम शाबर मन्त्र Shabar Mantra For Enemy Overthrown विधि — निम्न मन्त्र के रिक्त स्थानों (—–) पर शत्रु का नाम लेवें । शत्रु के नाम के साथ उसकी माँ का नाम भी । उदाहरणार्थ, सलीम सलमा का बेटा या बेटी या सलमा का बेटा या बेटी सलीम, इस्लामी ‘मन्त्र’ का… Read More


शत्रु को परास्त करने का मन्त्र विधिः- उक्त मन्त्र के दो प्रकार के अनुष्ठान हैं — १ छोटा, २ बड़ा । छोटा अनुष्ठान १० दिनों का है, बड़ा अनुष्ठान एक वर्ष का । इन अनुष्ठानों से शत्रु का पराभव होता है । शत्रु को परास्त करने और उस पर विजय प्राप्त करने के लिए यह… Read More


मामदा (महम्मदा) वीर की साधना – शत्रु को घोर कष्ट  विधिः- किसी भी ग्रहणकाल में मन्त्र को सिद्ध कर ले । बाद में जब मन्त्र से काम लेना हो, तब जल-नदी या तालाब के पास जाए । नागरबेल के बड़े ‘पान’ में, जो पूजा में प्रयोग किया जाता है । थोड़ा-सा ‘अबीर’ रखकर उसे ‘गूगल’… Read More


उल्टी-सीधी बिस्मल्लाह हमजाद साधना विधिः- रात्रि में बारह बजे के बाद कुएँ में अपने पाँव लटका कर उक्त मन्त्र का ११ बार जप करे । दूसरे दिन १०० बार, तीसरे दिन १०१ बार जप करे । इसी प्रकार प्रति-दिन एक – एक संख्या बढ़ाते-बढ़ाते २१ दिनों में पूरा करे । बाद में आनेवाला दिन बाइसवाँ… Read More