रक्षा-पाल का मन्त्र 02 रक्षा-पाल का मन्त्र मन्त्रः- “जागो रघुवीर । जागो पौणाहारी । जाग पवना-हारी । जाग गुर पहाड़िया गुर – नाम सहाई, जिसकी महिमा किसी नहीं पाई । जागो पवन । जाग जोतांवालों, तेरे दर ते खड़े ने सवाली । धरती जागे, अम्बर जागे – जागे तिन्न लोक, तैंतीस करोड़ देवता जागे । जागे ब्रह्मा, जागे विष्णु,… Read More
रक्षा-पाल का मन्त्र 01 रक्षा-पाल का मन्त्र मन्त्रः- “जाग-जाग वापुए देया पुत्रा । काली-माई देया चेलया । महा – रुद्रिया देया जाया । लीलो बहना दया भाईया । ज्यूणिया-घुम्हारिया देया सज्जणा । हीराँ गदड़े – टियाँ देया खसमा । घगरिया – नानिया देया दोतुआ । जाति – दा लुलाला भेडाँ – दा भाला जुआलिया सुहाला । धारा नगारा दूँगी… Read More