भूत-प्रेत, बाधा-नाशक मन्त्र विधि:- सूर्य या चन्द्र ग्रहण अथवा दीपावली की महानिशा में इस मन्त्र को सिद्ध कर लिया जाये। सिद्धि के समय पूजा, प्रसाद, धूप, दीप, फूल, नैवेद्य आदि का ध्यान रखना चाहिए । आवश्यकता होने पर इस मन्त्र से सात बार जल अभिमन्त्रित करके रोगी को वह जल पिला दें । साथ ही… Read More


हनुमान शाबर मन्त्रः- “निज ध्यान धूप, शिव वीर हनुमान, जटा – जूट अवधूत, जङ्ग जञ्जीर, लँगोट गाढ़ो । भूत को वश, परीत को वश, गदा तेल सिन्दूर चढ़े । आप देखे, तो सत्य की नाव नारसिंह खेवे । दुष्ट को लात बजरङ्ग देवे । भक्त की कड़ी आठ लाख अस्सी हजार वश कर । रावण… Read More


शाबर-मन्त्र-वल्लरी भूत-प्रेतादि बाँधना तथा झाड़ना मन्त्रः- “बाद करत बादी चले, नौ सौ ढाल मढाय । जाते मारै बादिया औ करै बदिनियाँ राँड़ ।। पाँच बरस का बालक मारे, गर्भै करै अहार । देव को बाँध, देवी को बाँध, भूत को बाँध, चुड़ैल को बाँध ।। किए-कराए को बाँध, गली-घाट को बाँध । कब्जे मे कर… Read More


शाबर-मन्त्र-वल्लरी भूत-प्रेत पकड़ना तथा झाड़ना मन्त्रः- “जभी बुलाए, तब न आए और आए आधी रात, लौंग सुपाड़ी नारियल । बीरा लेत अकास, धाय बीर आकास जाय और धाय बीर पाताल, धाय बीर चोटी गहै, भूत पकड़, देव पकड़, देवी पकड़, चड़ैल पकड़, किए कराए को पकड़, जादू – टोना को पकड़, मरही मसान को पकड़,… Read More


भूत-प्रेत बाँधने के मन्त्र (१) “बडका ताल के पेड़ माँ बँधाय जञ्जीरा । खाले माँ बाजे झाँझ-मँजीरा और बाजे तबला निशान । भाग-भाग रे भूत – मसान, पहुँचत है पञ्च-मुखा हनुमान । मोर फूँकें, मोर गुरू के फूँकें । गौरा महा-देव के फूँकें । जा रे, भूत बँधा जा ।… Read More