December 13, 2018 | aspundir | Leave a comment भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८६ से ८७ ॐ श्रीपरमात्मने नमः श्रीगणेशाय नमः ॐ नमो भगवते वासुदेवाय भविष्यपुराण (ब्राह्मपर्व) अध्याय – ८६ से ८७ पुत्रद, जय, जयन्त संज्ञक आदित्यवार – व्रतों की विधि ब्रह्माजी बोले – दिण्डिन् ! जिस आदित्यवार को हस्त नक्षत्र हो उसे पुत्रद (आदित्य) वार कहा जाता हैं । उस दिन उपवास करना चाहिये और श्राद्ध करके मध्यम पिण्ड का प्राशन करना चाहिये । धूप, माल्य, दिव्य गन्ध आदि नाना प्रकार के उपचारों में सूर्यनारायण का पूजन कर महाश्वेता-मन्त्र को जपते हुए साधक को सूर्यनारायण के समक्ष ही शयन करना चाहिये ।प्रातःकाल में ही उठकर स्नान आदिसे निवृत्त हो सूर्यभगवान् को अर्घ्य देना चाहिये । रक्त–चन्दन तथा करवीर के पुष्पों से पूजा करनी चाहिये । तत्पश्चात् पाँच ब्राह्मणों को बुलाकर उनमें से दो ब्राह्मणों को मग-संज्ञक तथा तीन ब्राह्मणों को भीमसंज्ञक मानकर विधिपूर्वक पार्वण-श्राद्ध करना चाहिये । श्राद्ध के समाप्त होनेपर मध्यम पिण्ड को भगवान् सूर्य के सामने रखकर निम्नलिखित मन्त्र से भक्षण करना चाहिये – “स एव पिण्डो देवेश योऽभिष्टस्तव सर्वदा । अश्वामि पश्यते तुभ्यं तेन मे संततिर्भवेत ॥” (ब्राह्मपर्व ८६ । १०) इस विधान से पूजा करनेपर सूर्यनारायण निश्चित ही पुत्र प्रदान करते हैं । इस प्रकार उपवास-पूर्वक व्रत को करने से धन-धान्य, सुवर्ण, सुख-आरोग्य तथा सूर्यलोक भी प्राप्त होता है, किंतु विशेषरूप से पुत्र-प्राप्ति का ही फल है, इसीसे इस वार को पुत्रद कहते हैं ।ब्रह्माजी ने कहा – दिण्डिन् ! दक्षिणायन के दिन जो वार हो, वह जयवार कहा जाता है । इस दिन किया गया उपवास, नक्तव्रत, स्नान-दान तथा जप भगवान् सूर्य में सौगुनी प्रीति बढ़ानेवाला होता है । अतः सूर्य में सौगुनी प्रीति बढ़ानेवाले इस नक्त-व्रतादि को अवश्य करना चाहिये । यदि उत्तरायण के दिन रविवार हो तो उसे जयन्तवार कहते हैं । इस दिन भगवान् सूर्य स्नान-दानादि कर्म तथा पूजन करनेवालों को हजार गुना फल प्रदान करते हैं । इस दिन उपवास करके घृत, दूध तथा इक्षुरस से सूर्यनारायण को स्नान कराकर कुंकुम का विलेपन करना चाहिये और गुग्गुल का धूप देकर मोदक का नैवेद्य समर्पित करना चाहिये । इस प्रकार भगवान् सूर्यनारायण का पूजन करके तिल से हवन करना चाहिये । तदनन्तर यथाशक्ति ब्राह्मणों को मोदक, तिल तथा शष्कुली (पूरी)- का भोजन कराना चाहिये । (अध्याय ८६ – ८७) See Also :- 1. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १-२ 2. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय 3 3. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४ 4. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५ 5. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६ 6. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७ 7. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८-९ 8. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १०-१५ 9. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १६ 10. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १७ 11. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १८ 12. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय १९ 13. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २० 14. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २१ 15. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २२ 16. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २३ 17. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २४ से २६ 18. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २७ 19. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २८ 20. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय २९ से ३० 21. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३१ 22. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३२ 23. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३३ 24. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३४ 25. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३५ 26. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३६ से ३८ 27. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ३९ 28. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४० से ४५ 29. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४६ 30. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४७ 31. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४८ 32. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ४९ 33. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५० से ५१ 34. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५२ से ५३ 35. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५४ 36. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५५ 37. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५६-५७ 38. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५८ 39. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ५९ से ६० 40. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६१ से ६३ 41. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६४ 42. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६५ 43. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६६ से ६७ 44. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६८ 45. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ६९ 46. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७० 47. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७१ 48. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७२ से ७३ 49. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७४ 50. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७५ से ७८ 51. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ७९ 52. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८० से ८१ 53. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८२ 54. भविष्यपुराण – ब्राह्म पर्व – अध्याय ८३ से ८५ Related